हमारी 1 आंख में 12,00,000 फाइबर होते हैं। अगर आप जिंदगी भर पलक झपकने का वक्त जोड़ेंगे, तो 1.2 साल का अंधेरा मिलेगा।
आंतों में इतने बैक्टीरिया मौजूद होते हैं कि उनको निकालकर एक कॉफी मग भरा जा सकता है।
नाखून जिस हाथ से आप लिखते हैं, उसकी उंगलियों के नाखून ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।
नवजात शिशु एक मिनट में ६० बार सांस लेता है। किशोर २० बार और युवा केवल सोलह बार।
मनुष्य की मृत्यु हो जाने के बाद भी बाल और नाखून बढ़ते ही रहते हैं।
जब कोई मनुष्य छींकता है तो बाहर निकलने वाली हवा का वेग १६० किलोमीटर प्रति घंटा होता है मतलब एक्प्रेस गा़डी़ से भी अधिक स्पीड़।
जब एक नवजात शिशु रोता है तो उसके आंसू नहीं आते क्यों कि तब तक उसकी अश्रुग्रंथियाँ विकसित नहीं होती है।
एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में 206 हड्डियाँ होती हैं जबकि बच्चे के शरीर में 300 हड्डियाँ होती हैं (क्योंकि उनमें से कुछ गल जाती हैं और कुछ आपस में मिल जाती हैं)।
आंतों में इतने बैक्टीरिया मौजूद होते हैं कि उनको निकालकर एक कॉफी मग भरा जा सकता है।
नाखून जिस हाथ से आप लिखते हैं, उसकी उंगलियों के नाखून ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।
नवजात शिशु एक मिनट में ६० बार सांस लेता है। किशोर २० बार और युवा केवल सोलह बार।
मनुष्य की मृत्यु हो जाने के बाद भी बाल और नाखून बढ़ते ही रहते हैं।
जब कोई मनुष्य छींकता है तो बाहर निकलने वाली हवा का वेग १६० किलोमीटर प्रति घंटा होता है मतलब एक्प्रेस गा़डी़ से भी अधिक स्पीड़।
जब एक नवजात शिशु रोता है तो उसके आंसू नहीं आते क्यों कि तब तक उसकी अश्रुग्रंथियाँ विकसित नहीं होती है।
एक वयस्क व्यक्ति के शरीर में 206 हड्डियाँ होती हैं जबकि बच्चे के शरीर में 300 हड्डियाँ होती हैं (क्योंकि उनमें से कुछ गल जाती हैं और कुछ आपस में मिल जाती हैं)।
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