Friday, February 27, 2015

बायोडाटा को बनाये कुछ इस तरह खास

बायोडाटा को बनाये कुछ इस तरह खास
नौकरी के लिये जाने से पहले आपके पास एक अच्छा रिज्यूम (बायोडेटा) होना जरूरी है, जो आपकी पहचान और काम के बारे में बताता है। बायोडाटा आपकी पढ़ाई, गुण, निपुणता, कार्यकुशलता और अनुभवों को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से नौकरी दिलाने में मदद करता है।
नोट्स
बायोडाटा बनाने से पहले अपने बारे में सभी वास्तविक जानकारी, तारीख आदि इकट्ठा कर लें फिर अपने विषय में जो खास जानकारी आप देना चाहते हैं, उन्हें नोट कर लें। फिर बायोडाटा तैयार करें।
जानकारियां
बायोडाटा की शुरुआत अपने विषय में व्यक्तिगत जानकारियों से करें, जिसमें आपका नाम-पता और मोबाइल नंबर व ई-मेल आईडी होना चाहिए।
लक्ष्य
बायोडाटा में ऐसा कुछ लिखें जो ये दर्शाता हो कि आपने करियर के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित कर रखा है या आप कैसे काम करने वाले हैं। यहां आप अपने करियर के बारे में थोड़ी-सी जानकारी दे सकते हैं।
शैक्षणिक योग्यता
आप प्रमुख परीक्षाओं के बारे में उनके माक्र्स और परसेंट के साथ अपनी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी दे सकते हैं।
अन्य योग्यता
शैक्षणिक योग्यताओं के अलावा आप वह सर्टिफिकेट भी लगा सकते हैं, जो आपने अपनी पढ़ाई पूरी करते समय हासिल की थी। जैसे कोई केस कोर्स या डिप्लोमा। लेकिन आप जिस नौकरी के लिए जा रहे हैं, आपकी विशेषता उस काम में कितनी अहम है, इससे उस संस्थान का क्या फायदा हो सकता है, इसका ध्यान रखें।
विशेष गतिविधियां
आपने खेल में कुछ खास किया हो। इस तरह की विशेष गतिविधियों की भी जानकारी दे सकते हैं, जैसे इससे आपके सक्रिय होने का अंदाजा लगाया जा सकेगा।
कार्य अनुभव
अपने करियर में किए गए कामों का ब्योरा दे सकते हैं, जो अहम हो उसे ही बायोडाटा में जगह दें। आप पुराने अनुभवों के बारे में भी बता सकते हैं या फिर दूसरे संस्थानों में काम किया हो इसकी जानकारी दे सकते हैं।
बॉडी लैंग्वेज
आपने बायोडाटा और खुद को किस तरह प्रस्तुत किया। यह जरूरी नहीं है, आप क्या कहते हैं, यह ज्यादा जरूरी है, आप उसे किस तरह कहते हैं। आप किसी से बात करें तो बॉडी लैंग्वेज पर जरूर ध्यान दें।
खास बात
बायोडाटा में कोई गलत जानकारी न दें, बल्कि ऐसा होना चाहिए कि सामने वाला व्यक्ति आपसे कुछ सवाल कर सके।

खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी

त्योहारों का दौर है, बाजार में तरह-तरह के मिलावटी खाद्य पदार्थ बिक रहे हैं। मिलावट की वजह से उपभोक्ता ना सिर्फ ठगा जाता है, बल्कि उसकी सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। कुछ लोग थोड़े से फायदे के लिए खाद्य पदार्थों जैसे- दूध और उससे बनी मिठाइयां, आटा, खाद्य तेल, मसाले, दाल, कॉफी, चाय, अचार, बेसन जैसे खाद्य पदार्थों में मिलावट करते हैं। साधारण जानकारी की मदद से खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी की खुद ही जांच कर सकते हैं, ताकि आप गुणवत्ता से भरपूर पदार्थों का सेवन करें और स्वस्थ रहें।
लौंग
लौंग को बाजार में लाने से पहले लोग इसक ा तेल निकाल लेते हैं और बाद में इसी लौंग को खुदरे बाजार में बेच दिया जाता है। तेल से निकाली हुई लौंग का आकार सिकुड़ा हुआ, छोटा और आड़ा-तिरछा होगा साथ ही इसके स्वाद में लौंग का असल तीखापन भी महसूस नहीं होगा।
दूध
दूध में पानी की मिलावट की जांच करने के लिए किसी चिकनी लकड़ी या पत्थर की सतह पर दूध की एक या दो बूंद टपकाकर देखिए। अगर दूध बहता हुआ नीचे की तरफ गिरे और सफेद धार सा निशान बन जाए तो दूध शुद्ध है। दूध में डिटर्जेंट की मिलावट पहचानने के लिए दूध की 5-10 मिलीग्राम मात्रा किसी कांच की शीशी या टेस्ट-ट्यूब में लेकर जोर-जोर से हिलाने पर यदि झाग बने और देर तक बना रहे तो इसमें डिटर्जेंट मिला है।
नारियल तेल
नारियल तेल में मिलावट जानने के लिए थोड़ा सा तेल किसी कांच के बर्तन में डालकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया जाए। नारियल का तेल कठोर हो जाता है व मिलावटी तेल की सतह अलग दिखाई पडऩे लगती है।
शकर
शकर में सफेदी के लिए मिलावटखोर इसमें चॉक का चूर्ण मिलाते हैं। मिलावट का पता लगाने के लिए थोड़ी सी शक्कर लेकर कांच के  ग्लास में डालकर इसमें पानी मिला दिया जाए कुछ देर में चॉक का चूर्ण पानी की सतह पर आसानी से दिखाई देगा।
गेहूं का आटा
बाजार से लिए गए आटे में मिलावट की पहचान के लिए एक चम्मच आटा लेकर पानी के किसी पात्र में डालिए यदि उसमें ब्रान (रेशे और छिलके) की संख्या ज्यादा है तो रेशे और छिलके पानी की उपरी सतह पर दिखने लगेेंगे। इससे आप आसानी से अनुमान लगा पाएंगे कि आटा शुद्ध है मिलावटी।
शहद
शहद में मिलावटखोर शकर के पानी का घोल भी मिलाकर बेचते हैं, जिससे उसकी गुणवत्ता पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है। शहद की शुद्धता परखने के लिए उसे कपास पर डालकर जलाएं। यदि कपास आसानी से जल जाए तो मान लीजिए कि शहद शुद्ध है। अगर शहद मिलावटी होगा तो नहीं जलेगा या जलेगा तो पानी की उपस्थिति की वजह से आवाज करता हुआ जलेगा। इसके अलावा शहद की एक या दो बूंद को एक गिलास पानी में टपकाइए, यदि यह पानी की सतह पर बैठ जाए और खुद पानी में घुले नहीं तो शहद शुद्ध होगा।
मिर्च और हल्दी
मिर्च में लालपन और हल्दी में पीलापन लाने के लिए कई व्यापारी इसमें कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल भी करते हैं। ऐसे रंगों की पहचान करने के लिए एक चम्मच चूर्ण को पानी में डालिए और फिर देखिए कि अचानक पानी का रंग लाल (मिर्च) और पीला (हल्दी) हो जाता है तो पहचाना जा सकता है कि खाद्य पदार्थों में कृत्रिम रंगों का इस्तेमाल किया गया है।
हींग
मिलावटखोर हींग में भी खूब मिलावट करते हैं। यदि इसे जलाया जाए और यह कपूर की तरह जल जाए और सुगंध भी आए तो यह इसके असली होने की पहचान है।
दालचीनी
दालचीनी में मिलावटखोर केसिया और अमरूद जैसे पौधों की छाल पर दालचीनी का कृत्रिम तेल छिड़ककर इसे दालचीनी के नाम से बेच देते हैं। दालचीनी क ी छाल बेहद पतली होती है, इसे पेंसिल पर भी लपेटा जा सकता है, जबकि नकली छाल को आसानी से देखकर भी पहचाना जा सकता है, क्योंकि नकली छाल पर कई सतहें दिखायी देंगी। इसके अलावा असली दालचीनी को हाथ में रगडऩे से यह हथेली पर ही रंग छोड़ देती है।
केसर
मक्के की बालियों को काटकर कोल तार पर रंग लगाकर केसर के नाम से बेचा जाता है। इसकी कुछ मात्रा लेकर पानी में डुबोया जाए तो नकली केसर तुरंत रंग छोड़ देगा, जबकि असली केसर का रंग आहिस्ता-आहिस्ता निकलता है।
आयोडीन नमक
उबले आलू पर नमक छिड़ककर कुछ देर बाद इस पर कुछ बूंदें नींबू रस की डाली जाएं। यदि नमक में आयोडीन है तो आलू का रंग नीला पड़ जाएगा और अगर ऐसा नहीं होता है तो नमक मिलावटी है।
मटर
हरी मटर के दानों को पानी में डालकर रखिए, आधे घंटे के अंदर पानी का रंग बदल जाए तो समझ जाइए कि इसका चमकदार हरा रंग  कृत्रिम है।




तेल और घी मे अर्जेमोन के तेल की मिलावट-अर्जेमोन एक काँटेदार घास होती है और इसमे छोटे-छोटे पीले और सफ़ेद रंग के फूल आते हैं। इसका बीज हूबहू सरसों के बीज जैसा होता है। यूपी के ग्रामीण इलाकों मे इसे भड़भाड़ कहते हैं।
ऐसे करें पहचान 
-एक टेस्ट ट्यूब मे थोड़ा सा तेल या घी लें, इसमे बराबर मात्रा मे कंसण्ट्रेटेड नाइट्रिक एसिड डालें और अच्छी तरह से मिलाएँ। अगर सतह का तरल (एसिड) का रंग लाल या भूरा हो जाए तो समझ जाएँ कि आर्जेमोन की मिलावट है।
दूध मे मिलावट- दूध मे आजकल पानी से लेकर स्टार्च, यूरिया वनस्पति मिल्क, सिंथेटिक दूध और शुगर सिरप जैसी तमाम चीजों की मिलावट धड़ल्ले से हो रही है।
-पानी कि मिलावट की पहचान के लिए साफ और चिकने सतह पर दूध की कुछ बूंदें टपकाएँ। शुद्ध दूध धीरे-धीरे बहता है और पीछे गाढ़ा निशान छोड़ता है, लेकिन पानी तुरंत बह जाता है और कोई निशान नहीं छोड़ता।
-स्टार्च की मिलावट जाँचने के लिए दूध की कुछ जरा सा आयोडीन सॉल्यूशन मिलाएँ। इसमे नीला रंग दिखे तो समझ जाएँ कि स्टार्च की मिलावट है। आयोडीन सॉल्यूशन आपको किसी भी मेडिकल स्टोर मे आसानी से मिल जाएगा।
-यूरिया की मिलावट की पहचान के लिए एक टेस्ट ट्यूब मे एक छोटा चम्मच दूध लें, इसमे आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर का पाउडर डालें। टेस्ट ट्यूब को अच्छी तरह हिलाकर इसे मिलाएँ। 5 मिनट बाद, इसमें लाल लिट्मस पेपर डालें। आधे मिनट बाद पेपर निकाल लें। पेपर का रंग लाल होने का मतलब है दूध मे यूरिया मिला है।
-सिंथेटिक दूध पीने के बाद मुह मे हल्का कड़वापन छोड़ता है। उँगलियों के बीच रगड़ने से साबुन जैसा एहसास होता है और दूध गरम करने पर इसमे पीलापन आ जाता है। सिंथेटिक दूध की पहचान मेडिकल स्टोर्स मे मिलने वाली यूरीज़ स्ट्रिप (Urease strips) से भी हो सकती है।
- दूध मे ग्लूकोज या शुगर नहीं होता है। अगर सिरप यूरीज़ स्ट्रिप (Urease strips) से टेस्ट करने पर शुगर पॉज़िटिव आए तो समझ जाएँ कि दूध मे मिलावट है। सिंथेटिक दूध मे मिठास और गाढ़ापन लाने के लिए शुगर सिरप की मिलावट होती है।
खोया और इससे बने उत्पाद- खोया मे स्टार्च की मिलावट आम बात हो गई है।
-इसकी पहचान के लिए खोया का थोड़ा सा सैंपल लें, इसे थोड़े से पानी मे उबालें, ठंडा करें, फिर इसमे आयोडीन सॉल्यूशन की कुछ बूंदें मिलाएँ। इसमे नीला रंग दिखाई देने का मतलब है स्टार्च की मिलावट। इसी प्रक्रिया से छेना और पनीर मे भी मिलावट की पहचान कर सकते हैं।
घी मे मिलावट- इसमे आलू, शकरकंद और स्टार्च जैसी चीजों की मिलावट के मामले पाए जाते हैं।
-मिलावट की पहचान के लिए इसका सैंपल लें। इसमे आयोडीन की कुछ बूंदें मिलाएँ। इसका भूरा रंग नीले रंग मे बदलने लगे तो समझ जाएँ कि कोई न कोई मिलावट है।
साबुत मसालों मे मिलावट- पिसे हुए मसालों मे तो तमाम तरह की मिलावट होती ही है, सबूत मसाले भी मिलावट से नहीं बचे हैं।
-काली मिर्च मे पपीते का बीज: पपीते का बीज सिकुड़ा हुआ, अंडाकार और हरी रंगत लिए हुए भूरा अथवा भूरी रंगत लिए हुए हरा दिखाई देता है।
-काली मिर्च के कुछ दाने लेकर इसे अल्कोहल (rectified spirit) मे डालें। पपीते का बीज ऊपर रह जाएगा जबकि काली मिर्च के दाने डूब जाएंगे।
-मिनरल ऑयल की पॉलिश वाली काली मिर्च मे मिट्टी के तेल (Kerosene) जैसी महक आती है।
- जीरा के बीज मे घास के बीज को चारकोल मिट्टी से पॉलिश करके मिलाया जा रहा है। इसकी पहचान के लिए थोड़ा सा सैंपल लें, इसे हथेली पर रगड़ें, अगर हाथ काला हो जाए तो समझ जाएँ कि मिलावट है।
-हल्दी को छोडकर बाकी मसालों के पाउडर मे स्टार्च की मिलावट भी आयोडिन सॉल्यूशन से हो सकती है। रंग नीला पड़ना मिलावट की पहचान है।
-हल्दी पाउडर मे रंगी हुई मिट्टी की पहचान के लिए टेस्ट ट्यूब मे एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर लें, इसमे कंसण्ट्रेटेड हाइड्रोक्लोरिक एसिड (concentrated Hydrochloric acid) की कुछ बूंदें मिलाएँ। इसमे अगर तुरंत गुलाबी रंग दिखे, जो की मिक्स्चर को हिलाने से गायब हो जाता है, तो समझ जाएँ इसमे मिलावट है।
-हल्दी मे चाक पाउडर या पीले सोप स्टोन पाउडर की मिलावट जाँचने के लिए एक टेस्ट ट्यूब मे थोड़ा सा पानी लें, इसमे थोड़ी सी हल्दी मिलाएँ, इसमे कंसण्ट्रेटेड हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें मिलाएँ। मिलावट हुई तो इसमे बुलबुले दिखाई देंगे।
-मिर्च पाउडर मे रंग की मिलावट जाँचने के लिए एक पानी के गिलास मे थोड़ा मिर्च पाउडर छिड़कें, पाउडर का रंग धुलकर नीचे चला जाएगा।
-हींग (Asafoetida) मे सोप स्टोन या अन्य चीजों की मिलावट जाँचने के लिए, पानी मे थोड़ा सैंपल मिलाएँ और इसे रखकर सेटल होने के लिए छोड़ दें। अगर मिलावट होगी तो हींग पानी मे नीचे बैठ जाएगा।
-हरी मिर्च व हरी सब्जियों मे मैलसाइट ग्रीन (Malachite green) की मिलावट
– इसे जाँचने के लिए एक कॉटन का टुकड़ा लें। इसे लिक्विड पैराफ़िन (liquid paraffin) से गीला करें। अब इसे हरी सब्जी के एक हिस्से पर रगड़ कर देखें। अगर कॉटन हारा हो जाए तो समझ लें कि सब्जियों पर रंग लगा है।
- मिलावटखोर केसर के नाम पर मकई (भुट्टा) के ऊपर जो बाल होते हैं उसे शुगर सिरप मे भिगोकर और सूखने के बाद कोल टार कलर (coal tar colour) से रंग कर तैयार करते हैं। नकली केसर पानी मे डालने से धूल जाएगी। लेकिन असली केसर लगातार रंगत छोडती रहती है और अंत तक इसका रंग बरकरार रहता है।

Monday, February 23, 2015

useful USSD Codes:

Vodafone USSD Codes:
Balance Check → *141#
V2V Nite Minutes → *147#
Check SIM Card Number → *111*2#
Free SMS Balance → *142#
Calling Balance → *145#
Free Local Minutes → *148#
Active Data Plans → *111*6*1#
Usage Allowance → *111*6*2#
Best Offers → *111*8#
Offers → *121#
Low Balance Services → *111*9#
Bonus Cards → *111*7*#
Vodafone Delights → *111*1#
Last Three Calls → *111*3*1#
Last Three SMS → *111*3*2#
Last 3 Charges → *111*4#
Last 3 Recharges → *111*5#
--------------------------
TATA DOCOMO USSD Codes:
Know Your Number → *1# or *580#
Balance Check → *111#
GPRS or Internet Data Check → *111*1#
Customer Care → 121
DND(Do Not Disturb) Call → 1909 or SMS → START DND to 1909
Recharge *135*2<Recharge Pin>#
Balance Inquiry → *191*2#
Validity → *191*3#
Service Points → *191*4#
Last 3 Recharge History → *191*5#
Status of free usage(Pool Balance) → *191*6#
Start/Stop Services → *191*7#
Service Request → *191*8#
Customer Preference → *191*9*1#
Home Zone Locations → *191*9*2#
Daily SMS Count → *191*9*3#
DATA → *191*9*4#
CALL → *191*9*5#
Prepaid Bill Request → *191*9*6#
Edit & Add Account Details → *191*9*7#
Special Offers → *191*9*8#
3G Internet Packs → *141*1#
Local Flavour → *141*2#
ILD Packs → *141*3#
New Internet Packs → *141*4#
Daily/Weekly Packs → *141*5#
Music Unlimited → *141*6#
Chat Zone → *141*7#
Discount Zone → *141*8#
Talk More → *141*9#
_______________________
Airtel USSD Codes:
Balance Check → *123#
Check Your Number → *140*1600# or *282#
Daily and Monthly SMS pack → *555# or *777#
Special Five Offers → *222#
Airtel Gift Service → *141#
Facebook Fontwise Service → *325#
My airtel My Offers → *121#
Check GPRS Data → *123*7# or *123*10#
Daily SMS Count → *125*5#
Mobile Office Activation or Deactivation → *567#
Direct Call Customer Care → 198p2p1p4p2
DND service call → 1909
Twitter service → *515#
3G data balance → *123*11#
_______________________
Idea USSD Codes:
Balance Check → *212# or *130# or *123#
Idea Service Menu → *147#
Check Your Number → *789# or *100# or *1#
Account balance → *456# or *457#
Check GPRS Balance → *125# or *131*3#
SMS Balance → *451#
Balance Transfer *567*Mobile Number*Rs.#
Idea Service → *147#
Idea Pack → *369#
Idea Price → *567#
Customer Care → 12345
Idea Menu → *111#
Active 3G → ACT 3G to 12345
Deactive 3G → DEACT 3G to 12345
GPRS Setting → SET to 12345
_______________________
BSNL USSD Codes:
Balance Check → *123#
GPRS/3G Data, Local SMS, Onnet Voice, GPRS Data Night, All Active STVs by SMS → *112#
SMS Local → *123*1#
National SMS → *123*2#
Network Call → *123*5#
Local Network Call → *123*6#
Night GPRS Pack → *123*8#
Video Call Balance → *123*9#
_______________________
Reliance USSD Codes:
Balance Check → *367# or *306# or *402#
Check Internet Data → *333*1*3*1# or *367*3#
Check Your Number → *1#
Recharge → *368# or *305*<1 digit pin>#
Special Packs → *777#
Caller Tunes → *999#
Packs → *123# or *321#
Free Net → *123*099#
_______________________
Aircel USSD Codes:
Check Your Own Number → *1# or *234*4#
Balance Check → *125# or *127#
GPRS Data → *126*1# or *126*4#
Available minutes and SMS → *123#
_______________________
Uninor USSD Codes:
Balance Check → *222*2#
Check SIM Card Number → *222*4#
_________________
Only for u.
एंड्राइड मोबाइल यूजर के काम के कोड
1. Phone Information, Usage and Battery – *#*#4636#*#*
2. IMEI Number – *#06#
3. Enter Service Menu On Newer Phones – *#0*#
4. Detailed Camera Information –*#*#34971539#*#*
5. Backup All Media Files –*#*#273282*255*663282*#*#*
6. Wireless LAN Test –*#*#232339#*#*
7. Enable Test Mode for Service –*#*#197328640#*#*
8. Back-light Test – *#*#0842#*#*
9. Test the Touchscreen –*#*#2664#*#*
10. Vibration Test –*#*#0842#*#*
11. FTA Software Version –*#*#1111#*#*
12. Complete Software and Hardware Info –*#12580*369#
13. Diagnostic Configuration –*#9090#
14. USB Logging Control –*#872564#
15. System Dump Mode –*#9900#
16. HSDPA/HSUPA Control Menu –*#301279#
17. View Phone Lock Status –*#7465625#
18. Reset the Data Partition to Factory State – *#*#7780#*#*
बड़े काम के कोड है इसलिए शेयर करे और दुसरो को भी बताये !

Saturday, February 21, 2015

कर्मफल या मानव की लीला ? पता नहीं !

कर्मफल या मानव की लीला ? पता नहीं !
मन भर आया, पर यह है ईश्वर की या फिर जग के मानव की ही लीला कहीं ?
पता नहीं ! पर यह तो स्पष्ट है के इसमें इनकी इस जीवन की कोई ख़ता नहीं ।
फिर भी हैं क्यों बाध्य ये बालक यह ही जीववन बिताने के लिये ? 
कोई कहेगा : इनके कर्मों के फल-स्वरूप ईश्वर ने इनको सबक दिये ।
इनने दीन-हीन के घर में आ जैसे ही जनम लिया ।
जगती ने इनको अनायास ही कर्म-फलों से जोड़ दिया ।
देख कर जो हाल इनका मन विचलित सा होता है ।
कर्म-फल की दे दुहाई हर दर्शक मन को समझा ही लेता है ।
धन्यवाद उन ग्रंथों को जो हर लेते यूँ उर का भार !
औ भूखे प्राणी के समक्ष हम मना पाते हैं उत्सव-त्यौहार ।
हे प्रभु ! गर सच में हैं ये कर्मफल, तो भी इनकी मासूमियत पर रहम करो !
मानव बन जी पाने का अधिकार न इनसे यूँ हरो !
करुणानिधि ! अपनी करुणा के कुछ कण, कुछ कोशों से कम करदो !
मानव सा जीवन पाने के कुछ कर्मफल, रिण-स्वरूप ही हों चाहे, करुणाकर इनको भी देदो !
मुस्कानें चाहे मिलें न मिलें, पर इनकी गीली पलकों को यह अश्रु धार तो तुम मत दो !
सरस्वती जोशी
हम गुण गाते संस्कारों के, वेदों के पुराणों के,
पर जाने क्यों हर बार हृदय में कोई हलचल सी मचती है ।
कुछ प्रशन अटक से जाते उर में कहीं कसक सी उठती है ।
क्या संस्कारों को पाने का, वेदों की गाथा गाने का,
मौका सब को मिल पाता है ?
क्या जगती का हर प्राणी वे श्लोक सदा सुन पाता है ?
सरस्वती जोशी

Friday, February 20, 2015

http://rajasthan.gov.in/Pages/GovernmentOfficeLocator.aspx


http://geetmanjusha.com/


http://www.1-800.in/1800_alphabetical.php?alpha=N


http://kuchkhaskhabar.blogspot.in/


डुप्लीकेट फाइल बन कर डंप हो

बोहत बार हमारे कंप्यूटर में किसी फाइल का डुप्लीकेट फाइल बन कर डंप हो 
जाता है ,बो डुप्लीकेट फाइल का हमे पता ही नहीं चलता की बो कहा पर स्टोर 
है , 

अगर हम इस को डिलीट करना चाहते है ,तो हमे अपने पुरे कंप्यूटर में देखना 
होगा जिस से हमें बोहत टाइम लगे गा, में आप को एक सॉफ्टवेर के बारे में 
बताता हु.जे सॉफ्टवेर अपने आप डुप्लीकेट फाइल को खोज कर डिलीट कर देता है 


डाउनलोड सॉफ्टवेर 

http://www.digitalvolcano.co.uk/duplicatecleaner.html 

कैसे करें नकली मावा और दूध की पहचान

त्यौहारों की वजह से अचानक बाजार में दूध, घी और मावा की डिमांड कई गुना
बढ़ जाती है। यही डिमांड मिलावट को जन्म देती है। नकली दूध, घी और मावा
बनानेवाले त्यौहारों के मौसम में हरकत में आ जाते हैं। नकली मिठाई और
सिंथेटिक दूध से गंभीर बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। आखिर कैसे
बनता है मिलावटी मावा और दूध। कैसे करें असली-नकली की पहचान।

कैसे बनता है नकली मावा

एक किलो दूध से सिर्फ दो सौ ग्राम मावा ही निकलता है। जाहिर है इससे मावा
बनाने वालों और व्यापारियों को ज्यादा फायदा नहीं हो पाता है। लिहाजा
बनाया जाता है मिलावटी मावा। इसे बनाने में अक्सर शकरकंदी, सिंघाडे़ का
आटा, आलू और मैदे का इस्तेमाल होता है। नकली मावा बनाने में स्टार्च,
आयोडीन और आलू इसलिए मिलाया जाता है ताकि मावे का वजन बढ़े। वजन बढ़ाने
के लिए मावा में आटा भी मिलाया जाता है। नकली मावा असली मावा की तरह दिखे
इसके लिए इसमें कुछ केमिकल भी मिलाया जाता है। कुछ दुकानदार मिल्क पाउडर
में वनस्पति घी मिलाकर मावे को तैयार करते हैं।

कैसे बनता है सिंथेटिक दूध

सिंथेटिक दूध बनाने के लिए सबसे पहले उसमें यूरिया डालकर उसे हल्की आंच
पर उबाला जाता है। इसके बाद इसमें कपड़े धोने वाला डिटर्जेंट, सोडा
स्टार्च, फॉरेमैलिन और वाशिंग पाउडर मिलाया जाता है। इसके बाद इसमें
थोड़ा असली दूध भी मिलाया जाता है। मिलावटी मावा और सिंथेटिक दूध पीने से
आपको फूड पॉयजनिंग हो सकती है। उल्टी और दस्त की शिकायत हो सकती है।
किडनी और लिवर पर भी बेहद बुरा असर पड़ता है। स्किन से जुड़ी बीमारी भी
हो सकती है।

अधिक मात्रा में नकली मावे से बनी मिठाइ खाने से लीवर को भी नुकसान पहुंच
सकता है। इससे कैंसर तक हो सकता है।

कैलाश हॉस्पिटल के डॉक्टर डॉ. प्रवीण मिश्र के मुताबिक जो खाने की चीजों
में मिलावट से फ़ूड पॉइजनिंग से लेकर कैंसर तक बीमारियां हो सकती हैं।
स्किन डिसीस स्टमक डिसीस हो सकता है। लगातार मिलावटी खाना खाने से कैसर
भी हो सकता।

नकली मावा तो मिठाई में इस्तेमाल होता है। असली और नकली मिठाई में पहचान
करना मुश्किल है। लिहाजा आप अच्छी और भरोसेमंद दुकान से ही मिठाई खरीदें।
हमेशा बिल के साथ मिठाई लें ताकि किसी किस्म की खराबी होने पर दुकानदार
को पकड़ सकें। जहां तक दूध का सवाल है तो आप थोड़ा सजग रहकर असली और नकली
दूध में फर्क कर सकते है।

सिंथेटिक दूध में साबुन जैसी गंध आती है, जबकि असली दूध में कुछ खास गंध
नहीं आती। असली दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, नकली दूध का स्वाद
डिटर्जेंट और सोडा मिला होने की वजह से कड़वा हो जाता है। असली दूध स्टोर
करने पर अपना रंग नहीं बदलता, नकली दूध कुछ वक्त के बाद पीला पड़ने लगता
है। अगर असली दूध में यूरिया भी हो तो ये हल्के पीले रंग का ही होता है,
वहीं अगर सिंथेटिक दूध में यूरिया मिलाया जाए तो ये गाढ़े पीले रंग का
दिखने लगता है।

अगर हम असली दूध को उबालें तो इसका रंग नहीं बदलता, वहीं नकली दूध उबालने
पर पीले रंग का हो जाता है।

असली दूध को हाथों के बीच रग़ड़ने पर कोई चिकनाहट महसूस नहीं होती। वहीं,
नकली दूध को अगर आप अपने हाथों के बीच रगड़ेंगे तो आपको डिटर्जेंट जैसी
चिकनाहट महसूस होगी। 

हँसना एक औषधि है

हँसना एक औषधि है , यह औषधि बिना पैसे के मिलती है ,इसका कोई साइड इफ्फेक्ट नहीं होता , इससे चेहरे की एक्सरसाइज अच्छी तरह से होती है ,महिलाओं की खूबसूरती का यही राज है क्यों कि वोह पुरुषों से ज्यादा हंसती है ! हंसी शरीर के लिए पैन किलर की तरह है ,महानगरों मैं लाफ्टर क्लब गठित हो रहे है और लाफ्टर थेरेपी विकसित हो रही है , विटामिन की गोलियां असर नहीं कर रही तो मुस्कुराइए , पहचान बनानी हो तो मुस्कुराइए, ज़िंदा दिली से जीना है तो प्रसन्न रहिये, मस्त रहिये ,व्यस्त रहिये मुस्कुराते रहिये .....कीप स्माईलिंग

Monday, February 16, 2015

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ना तो रिफाइंड तेल खाएं – और ना ही बीमारियों को बुलाएँ

ना तो रिफाइंड तेल खाएं – और ना ही बीमारियों को बुलाएँ
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आज से 50 साल पहले तो कोई रिफाइंड तेल के बारे में जानता नहीं था, ये पिछले 20 -25 वर्षों से हमारे देश में आया है | कुछ विदेशी कंपनियों और भारतीय कंपनियाँ इस धंधे में लगी हुई हैं | इन्होने चक्कर चलाया और टेलीविजन के माध्यम से जम कर प्रचार किया लेकिन लोगों ने माना नहीं इनकी बात को, तब इन्होने डॉक्टरों के माध्यम से कहलवाना शुरू किया | डॉक्टरों ने अपने प्रेस्क्रिप्शन में रिफाइन तेल लिखना शुरू किया कि तेल खाना तो सफोला का खाना या सनफ्लावर का खाना, ये नहीं कहते कि घानी से निकला हुआ शुद्ध सरसों का तेल खाओ, तिल का खाओ या मूंगफली का खाओ, आप सब समझदार हैं समझ सकते हैं |
ये रिफाइन तेल बनता कैसे हैं? किसी भी तेल को रिफाइन करने में 6 से 7 केमिकल का प्रयोग किया जाता है और डबल रिफाइन करने में ये संख्या 12 -13 हो जाती है | ये सब केमिकल मनुष्य के द्वारा बनाये हुए हैं प्रयोगशाला में, भगवान का बनाया हुआ एक भी केमिकल इस्तेमाल नहीं होता, भगवान का बनाया मतलब प्रकृति का दिया हुआ जिसे हम आर्गेनिक कहते हैं | तेल को साफ़ करने के लिए जितने केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं सब Inorganic हैं और Inorganic केमिकल ही दुनिया में जहर बनाते हैं और उनका combination जहर के तरफ ही ले जाता है | इसलिए रिफाइन तेल, डबल रिफाइन तेल गलती से भी न खाएं | फिर आप कहेंगे कि, क्या खाएं ? तो आप शुद्ध तेल खाइए, तिल का, सरसों का, मूंगफली का, तीसी का, या नारियल का | अब आप कहेंगे कि शुद्ध तेल में बास बहुत आती है और दूसरा कि शुद्ध तेल बहुत चिपचिपा होता है | रिसर्च से पता चला कि तेल का चिपचिपापन उसका सबसे महत्वपूर्ण घटक है | तेल में से जैसे ही चिपचिपापन निकाला जाता है तो पता चला कि ये तो तेल ही नहीं रहा, तेल में जो बास आ रही है वो उसका प्रोटीन कंटेंट है, शुद्ध तेल में प्रोटीन बहुत है, दालों में ईश्वर का दिया हुआ प्रोटीन सबसे ज्यादा है, दालों के बाद जो सबसे ज्यादा प्रोटीन है वो तेलों में ही है, तो तेलों में जो बास आप पाते हैं वो उसका Organic content है प्रोटीन के लिए | 4 -5 तरह के प्रोटीन हैं सभी तेलों में, आप जैसे ही तेल की बास निकालेंगे उसका प्रोटीन वाला घटक गायब हो जाता है और चिपचिपापन निकाल दिया तो उसका Fatty Acid गायब | अब ये दोनों ही चीजें निकल गयी तो वो तेल नहीं पानी है, जहर मिला हुआ पानी | और ऐसे रिफाइन तेल के खाने से कई प्रकार की बीमारियाँ होती हैं, घुटने दुखना, कमर दुखना, हड्डियों में दर्द, ये तो छोटी बीमारियाँ हैं, सबसे खतरनाक बीमारी है, हृदयघात (Heart Attack), पैरालिसिस, ब्रेन का डैमेज हो जाना, आदि, आदि | जिन-जिन घरों में पूरे मनोयोग से रिफाइन तेल खाया जाता है उन्ही घरों में ये समस्या आप पाएंगे, जिनके यहाँ रिफाइन तेल इस्तेमाल हो रहा है उन्ही के यहाँ Heart Blockage और Heart Attack की समस्याएं हो रही है |
जब सफोला का तेल लेबोरेटरी में टेस्ट किया, सूरजमुखी का तेल, अलग-अलग ब्रांड का टेस्ट किया तो AIIMS के भी कई डोक्टरों की रूचि इसमें पैदा हुई तो उन्होंने भी इस पर काम किया और उन डॉक्टरों ने बताया “तेल में से जैसे ही आप चिपचिपापन निकालेंगे, बास को निकालेंगे तो वो तेल ही नहीं रहता, तेल के सारे महत्वपूर्ण घटक निकल जाते हैं और डबल रिफाइन में कुछ भी नहीं रहता, वो छूँछ बच जाता है, और उसी को हम खा रहे हैं तो तेल के माध्यम से जो कुछ पौष्टिकता हमें मिलनी चाहिए वो मिल नहीं रहा है |” आप बोलेंगे कि तेल के माध्यम से हमें क्या मिल रहा ? हमको शुद्ध तेल से मिलता है HDL (High Density Lipoprotein), ये तेलों से ही आता है हमारे शरीर में, वैसे तो ये लीवर में बनता है लेकिन शुद्ध तेल खाएं तब | तो आप शुद्ध तेल खाएं तो आपका HDL अच्छा रहेगा और जीवन भर ह्रदय रोगों की सम्भावना से आप दूर रहेंगे |

मोटापा एवं अनेक रोगों से मुक्त होने का अचूक उपाय...!

मोटापा एवं अनेक रोगों से मुक्त होने का अचूक उपाय...!
मेथी दाना -250 ग्राम ,
अजवाइन-100 ग्राम ,
काली जीरी -50 ग्राम ।
कृपया ध्यान दीजिये यंहा काली जीरी लिखा है जो आयुर्वेद की दूकान में करीबन 200 किलो मिलती है पाठक अपने मन से दवैका विश्लेषण ना करावें
उपरोक्त तीनो चीज़ों को साफ़ करके हल्का सा सेंक लें ,फिर तीनों को मिलाकर मिक्सर मेंइसका पॉवडरबना लें और कांच की किसी शीशी में भर कर रख लें । रात को सोते समय 1/2 चम्मच पॉवडर एक गिलास कुनकुने पानी के साथ नित्य लें ,इसके बाद कुछ भी खाना यापीना नहीं है ।इसे सभी उम्र के लोग ले सकते हैं
फायदा पूर्ण रूप से 80-90 दिन में हो जायेगा ।
लाभ :-
इस चूर्ण को नित्य लेने से शरीर के कोने -कोने में जमा पड़ी सभी गंदगी (कचरा )मल और पेशाब द्वारा निकलजाता है ,फ़ालतू चर्बी गल जाती है ,
चमड़ी की झुर्रियां अपने आप दूर हो जाती है ,और शरीर तेजस्वी और फुर्तीला होजाता है ।
अन्य लाभ इस प्रकार हैं ----------
1. गठिया जैसा ज़िद्दी रोग दूर हो जाताहै ।
2. शरीर की रोग प्रतिकारक शक्ति को बढ़ाता है ।
3. पुरानी कब्ज़ से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है ।
4. रक्त -संचार शरीर में ठीक से होने लगता है ,शरीर की रक्त -नलिकाएं शुद्ध हो जाती हैं ,रक्त में सफाई और शुद्धता की वृद्धि होती है ।
5. ह्रदय की कार्य क्षमता में वृद्धिहोती है ,कोलेस्ट्रोलकम होता है ,जिस से हार्ट अटैक का खतरा नहीं रहता |
6. हड्डियां मजबूत होती हैं ,कार्य करने की शक्तिबढ़ती हैं ,स्मरण शक्ति में भी वृद्धि होतीहै ।थकान नहीं होती है ।
7. आँखों का तेज़ बढ़ता है ,बहरापन दूर होता है ,बालों का भी विकास होता है,दांत मजबूत होते हैं ।
8. भूतकाल में सेवन की गयी एलोपैथिक दवाओं के साइड -इफेक्ट्स से मुक्ति मिलतीहै ।
9. खाना भारी मात्रा में या ज्यादाखाने के बाद भी पच जाता है (इसका मतलब येनहीं है कि आप जानबूझ कर ज्यादा खा ले) ।
10. स्त्रियों का शरीर शादी के बाद बेडौल नहीं होता ,शेप में रहता है ,,शादी के बाद होने वाली तकलीफें दूर होती हैं ।
11. चमड़ी के रंग में निखार आता है ,चमड़ी सूख जाना ,झुर्रियां पड़ना आदि चमड़ी के रोगों से शरीर मुक्त रहता है ।
12. शरीर पानी ,हवा ,धूपऔर तापमान द्वारा होने वाले रोगों से मुक्त रहता है
13. डाइबिटीज़ काबू में रहती है ,चाहें तो इसकी दवा ज़ारी रख सकते हैं।
14. कफ से मुक्ति मिलती है ,नपुंसकता दूर होती है,,व्यक्ति का तेज़ इस से बढ़ता है ,जल्दी बुढ़ापा नहीं आता ,। उम्र बढ़ जाती है |
15. कोई भी व्यक्ति ,किसी भी उम्र का हो ,इस चूर्ण का सेवन कर सकता
है,मात्रा का ध्यान रखें ।

Friday, February 13, 2015

रसोई गैस का सिलेंडर भी होता है एक्स्पायर!

रसोई गैस का सिलेंडर भी होता है एक्स्पायर!
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क्या आप जानते है कि आपका रसोई गैस सिलेंडर भी एक्स्पायर होता है और उस पर एक्स्पायरी डेट भी लिखी होती है? ऐसे सिलेंडर का उपयोग करना न सिर्फ़ असुरक्षित होता है बल्कि इससे अनहोनी का खतरा भी बना रहता है। इसलिए वेन्डर से सिलेंडर लेने से पहले एक्स्पायरी डेट जरुर जांच ले। सिलेंडर पर एक्स्पायरी डेट कोड वर्ड में लिखी होती है जैसे B:11
A,B,C,D ये चारो अक्षर साल की चार तिमाही को दर्शाते है यानी A का मतलब है- जनवरीसे मार्च B का मतलब है -अपरैल से जून C का मतलब है- जूलाई से सितंबर और D का मतलब है- अक्तूवर से दिसंबर । इस तरह B 11 का अर्थ यह हुआ कि यह सिलेंडर की दूसरी तिमाही में एक्स्पायर हो जायेगा ।
,,,,,, और आप असे अनुरोध है की ..... इसे ज़रूर शेयर करें ...

http://www.paisaboltahai.rbi.org.in/poster/1000.pdf


http://www.shabdkosh.com/


http://computerseekho.com/home.html


http://www.paisaboltahai.rbi.org.in/1000.htm


http://siwanrinku.blogspot.in/2014/05/indianmoney.html


आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-6


आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-6

51. गारंटी: गारंटर के और एक वादा के प्रदर्शन को सुनिश्चित करने के लिए या एक तीसरे व्यक्ति केदायित्व का निर्वहन करने के लिए लाभार्थी के बीच एक अनुबंध है. यदि वादा टूट गया है या नहीं प्रदर्शन,गारंटर के लाभार्थी को अनुबंधित राशि का भुगतान करती है.

52. धारक: धारक किसी भी व्यक्ति को अपने खुद के नाम के में मुद्रा या वचनपत्र और जो प्राप्त करने के लिए या दलों से उस पर देय राशि की वसूली के हकदार का चेक बिल, के कब्जे करने के हकदार मतलब है.

53.Holder in due course (कारण पाठ्यक्रम में धारक): एक व्यक्ति जो मूल्य के लिए एक परक्राम्य लिखत प्राप्त करता है, इससे पहले कि यह कारण है और अच्छा विश्वास में में कोई दोष की सूचना के बिनाकिया गया था, वह धारक प्रति परक्राम्य लिखत अधिनियम के रूप में कारण पाठ्यक्रम में कहा जाता है.पहले उदाहरण में अगर मेरे दोस्त मुझे चेक, जो मैं नकदीकरण के लिए उसे करने के लिए दे दिया है केआधार पर करने के लिए कुछ पैसे उधार देता है, वह धारक में कारण पाठ्यक्रम हो जाता है.

54. दृष्टिबंधक: संपत्ति के खिलाफ ऋण की राशि है, जहां न तो स्वामित्व और न ही अधिकार लेनदार कोपारित कर दिया है के लिए प्रभारी. प्रतिज्ञा में, संपत्ति के अधिकार पर ऋणदाता के लिए पारित कर दिया है, लेकिन दृष्टिबंधक में, संपत्ति के ऋणदाता के लिए विश्वास में उधारकर्ता के साथ रहता है.
55. पहचान: जब एक व्यक्ति को एक बैंक में एक दस्तावेज़ प्रदान करता है या एक व्यक्ति, जो बैंक के लिएजाना जाता है के द्वारा की पहचान की जा रही है, यह पहचान कहा जाता है. बैंकों को एक आदेश के काउंटर पर चेक या डिमांड ड्राफ्ट का भुगतान करने से पहले पहचान के लिए पूछना.

56. हानिरक्षक: जब एक व्यक्ति को क्षतिपूर्ति या अपने कार्यों या दूसरों के कार्यों से अच्छा ऋणदाता के लिएकिसी भी वजह से नुकसान करने की गारंटी देता है.

57. क्षतिपूर्ति: क्षतिपूर्ति एक बंधन है जहां हानिरक्षक किसी भी अपने कार्यों या तीसरे पक्ष के कार्यों के कारणउत्पन्न होने वाले नुकसान से लाभार्थी प्रतिपूर्ति चलाती है.

58. दिवालिया: दिवालिया एक व्यक्ति जो अपने ऋण का भुगतान के रूप में वे परिपक्व, के रूप में उनकीदेनदारियों परिसंपत्तियों की तुलना में अधिक हैं करने में असमर्थ है. सिविल न्यायालय ऐसे व्यक्तियों कोदिवालिया घोषित कर दिया. बैंक दिवालिया व्यक्तियों के खातों को खोलने के रूप में वे अनुबंध में प्रवेश नहींकानून के अनुसार कर सकते हैं.

59. ब्याज वारंट: जब चेक जमा पर ब्याज के भुगतान में एक कंपनी या एक संगठन के द्वारा दिया जाता है, यह ब्याज वारंट कहा जाता है. ब्याज वारंट एक जांच के सभी विशेषताओं है.

60. अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग: दो से अधिक देशों या देशों में शामिल है. यदि एक भारतीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की तरह विभिन्न देशों में शाखाएं हैं, यह अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग करने के लिए कहा जाता है.


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आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-5

41. इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स (ई - कॉमर्स): ई - कॉमर्स paperless वाणिज्य व्यापार के बदले जहां इलेक्ट्रॉनिकमाध्यम से जगह लेता है.

42. Endorsement (सिफ़ारिश): जब एक परक्राम्य लिखत शामिल, साधन की पीठ पर एक बेचान, या एक आदेश साधन के धारक आदाता द्वारा हस्ताक्षर किए, दूसरे व्यक्ति को शीर्षक स्थानांतरित, यह बेचान कहा जाता है.

43. Endorsement in Blank (रिक्त में सिफ़ारिश): तसदीक़ या अंतरिती का नाम जब लिखत पर उल्लेख नहीं किया है.

44. Endorsement in Full (पूर्ण करने में सिफ़ारिश): तसदीक़ या अंतरिती का नाम लिखत पर प्रकट होताहै, जबकि बेचान बनाने का नाम नहीं.

45. Execution of Documents (प्रलेखों का निष्पादन): दस्तावेजों के निष्पादन व्यक्ति के हस्ताक्षर याअपने अंगूठे का निशान या टिकट के साथ हस्ताक्षर या दस्तावेजों पर या कंपनी के निर्देशकों में से एक कंपनी के सहयोग के प्रति लेख के रूप में हस्ताक्षर के बिना आम सील affixing द्वारा किया जाता है .
46. फैक्टरिंग: एक डिस्काउंट पर व्यापार ऋण खरीदने और एक लाभ है जब ऋण और एहसास भी सहमतकीमतों पर व्यापार ऋण की वसूली लेने बनाने के.

47 विदेशी बैंक: बैंक भारत से बाहर शामिल है, लेकिन भारत में सक्रिय है और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा विनियमित. बार्कलेज बैंक, एचएसबीसी, सिटी बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, आदि.

48. जालसाजी: जब एक महत्वपूर्ण परिवर्तन एक दस्तावेज़ या एक जांच की तरह एक परक्राम्य लिखत पर किया जाता है, धोखा देकर लेना इरादा के साथ.

49. कुर्की आदेश: जब एक अदालत के एक बैंक को निर्देश सिविल प्रक्रिया संहिता की धारा 60, 1908 के प्रावधानों के तहत ग्राहक के खाते के ऋण के लिए धन देते हैं.

50. सामान्य ग्रहणाधिकार: लेनदारों की एक सही करने के लिए उसे करने के लिए सुरक्षा में किसी भी बकाया ऋण के लिए ऋणी द्वारा दिए गए माल के अधिकार बनाए रखने के लिए होता है.


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आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-4

31. डेबिट कार्ड: एक प्लास्टिक कार्ड बैंकों द्वारा ग्राहकों के लिए जारी करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक साधनउनके खातों से पैसा वापस लेने का. जब आप डेबिट कार्ड के आधार पर चीजें खरीदने के लिए राशि की किसी भी वित्तीय लेन - देन के लिए अगर आपको अपने बैंक खाते में शेष है का उपयोग कर सकते हैं
.
32. देनदार: एक व्यक्ति जो किसी अन्य व्यक्ति से ऋण पर कुछ पैसे लेता है.
33. मांग जमा: जमा है जो मांग पर customers.Eg के द्वारा वापस ले रहे हैं बैंक के बचत और चालू खाता जमा.
34. डीमैट खाता: डीमैट खाता अवधारणा भारत के पूंजी बाजार में परिवर्तन किया है. जब एक निक्षेपागार कंपनी एक निवेशक से कागज शेयर लेता है और उन्हें संबंधित कंपनी के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक रूप में , यह शेयरों का Dematerialization कहा जाता है. इन इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित शेयर प्रमाणपत्र डिपॉजिटरी कंपनी द्वारा एक डीमैट खाते में रखा जाता है, जैसे एक बैंक जमा खाते में पैसा रहता है. निवेशक शेयर वापस लेने या इस डीमैट खाते के माध्यम से अधिक शेयरों की खरीद कर सकते हैं.
35. चैक की Dishonour: एक वापसी गैर भुगतान के लिए देने के कारण ज्ञापन के साथ भुगतान बैंकर द्वारा एक चेक का भुगतान न करनI.
36. देनदार: एक व्यक्ति जो किसी अन्य व्यक्ति से ऋण पर कुछ पैसे लेता है.

37. चैक की Dishonour: एक वापसी गैर भुगतान के लिए देने के कारण ज्ञापन के साथ भुगतान बैंकर द्वारा एक चेक का भुगतान न करनI
38. ई - बैंकिंग: ई - बैंकिंग या इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग बैंकिंग के एक फार्म जहां धन इलेक्ट्रॉनिक संकेतों के बैंकोंऔर वित्तीय संस्थान और ग्राहकों को एटीएम, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, अंतरराष्ट्रीय कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग और नए फंड की तरह स्थानांतरण उपकरणों के बीच आदान - प्रदान के माध्यम से स्थानांतरित कर रहे हैंस्विफ्ट, आरटीजीएस इस श्रेणी के हैं.

39. ईएफ़टी - (इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर): ईएफ़टी एक बैंक की शाखा से एक बैंक के एक शाखा सेऑटोमैटिक ट्रांसमिशन और संदेशों के प्रसंस्करण के रूप में के रूप में अच्छी तरह से एक और बैंक शाखा केलिए और यहां तक ​​कि धन को सुविधाजनक बनाने के एक अन्य बैंक की एक शाखा के लिए एक युक्ति है.ईएफ़टी इलेक्ट्रॉनिक धन के हस्तांतरण की अनुमति देता है, रिश्तेदार खातों के लिए डेबिट और क्रेडिट के साथ.
40. Either or Survivor ( जीवित या तो एक या उत्तरजीवी)- खाते के संचालन के लिए संदर्भित करता हैएक बैंक के साथ दो नामों में खाता खोला. इसका मतलब है कि खाता धारकों में से किसी एक खाते, मुद्दे कीजाँच से पैसे निकालने के लिए, एक खाता धारक की मृत्यु की स्थिति में भुगतान आदि निर्देश रोक देअधिकार है, जीवित खाता धारक के आपरेशन के अधिकार के अंतर्गत आता है



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आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-3

21. चेक truncation: चेक truncation truncates, या बंद हो जाता है बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से चेकों का प्रवाह. आम तौर पर truncation शाखा है, जो समाशोधन गृह और इसके साथ कागज चेक दुकानों के माध्यम से भुगतान शाखा के चेकों की इलेक्ट्रॉनिक छवि भेजता है इकट्ठा करने में जगह लेता है.
22.वसूलीकर्ता बैंक: इसके अलावा बैंकर, जो एक चेक, ड्राफ्ट, या विनिमय के बिल, अपने ग्राहक के खाते के ऋण के लिए खुद के साथ दर्ज की तरह उपकरणों पर एकत्र प्राप्त कहा जाता है.
23.उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम: यह 1987 से लागू करने के लिए एक सरल कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से उपभोक्ता अधिकारों को लागू करने के लिए. बैंकों को भी इस अधिनियम के तहत आते हैं. जिला न्यायालय में 20 हजार रुपये लाख तक की राशि के लिए एक उपभोक्ता उपभोक्ता जिला मंच के साथ सेवा की कमी के लिए शिकायत दर्ज कर सकते हैं और राज्य आयोग में 1 करोड़ रु. 20 लाख से ऊपर मात्रा के लिए और राष्ट्रीय में 1 करोड़ से ऊपर राशि के लिए आयोग है.
24. सहकारी बैंक: व्यक्तियों का एक संघ है जो सामूहिक रूप से खुद के लिए और उपभोक्ताओं / ग्राहकों के लाभ के लिए सारस्वत सहकारी बैंक या Abhyudaya सहकारी बैंक और अन्य ऐसे बैंकों की तरह एक बैंक संचालित.
25. सहकारी सोसायटी: जब व्यक्तियों का एक संघ सामूहिक रूप से खुद के लिए और अपना सहकारी सोसायटी बाज़ार या भंडार या एक आवास सहकारी सोसायटी की तरह अपनी सेवाओं का उपयोग उन लोगों के लाभ के लिए एक इकाई संचालित.
26. कोर बैंकिंग समाधान (सीबीएस): कोर बैंकिंग समाधान वर्तमान में भारतीय बैंकिंग में चर्चा शब्द है, जहां बैंक की शाखाओं में कोर बैंकिंग सुविधा के साथ किसी भी उल्लंघन पर एक केंद्रीय और लॉग शाखाओं के मेजबान ग्राहकों से जुड़े हैं बैंकिंग कर सकते हैं.
27. साख: यह एक उधारकर्ता सहमत शर्तों के अनुसार समय के साथ - साथ ब्याज में ऋण / अग्रिम चुकाने की क्षमता है.
28. चेकों के पार: संग्रह या clearing.A सामान्य पार, पार को पार कर चेक नकदी में काउंटर पर भुगतान नहीं किया जा सकता है cheque.A के चेहरे में दो समानांतर लाइनों ड्राइंग के लिए संदर्भित करता है, और एक बैंक के माध्यम से भुगतान हस्तांतरण द्वारा भी किया जाता है इसका मतलब कि किसी भी बैंक और एक विशेष पार, जहां एक बैंक के नाम चेक पर संकेत दिया है चेक के माध्यम से भुगतान किया जा सकता है, बैंक नाम के माध्यम से ही भुगतान किया जा सकता है.
29. चालू खाता: एक बैंक के साथ चालू खाता व्यावसायिक उद्देश्य के लिए आम तौर पर खोला जा सकता है.खाते के इस प्रकार में निकासी पर कोई प्रतिबंध नहीं कर रहे हैं. खाते के इस प्रकार में कोई ब्याज नहीं दिया जाता है.
30. ग्राहक: एक व्यक्ति जो एक बैंक के साथ खाते के किसी भी प्रकार का कहना है एक बैंक ग्राहक है.उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम एक है जो एक डिमांड ड्राफ्ट या एक भुगतान आदेश खरीद की तरह एक शुल्क के लिए किसी भी सेवा की खरीद के रूप में एक उपभोक्ता के लिए एक व्यापक परिभाषा है.

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आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-2

11. किसी भी समय बैंकिंग: एटीएम, टेली बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग की शुरूआत के साथ, ग्राहकों को दिन और रात के किसी भी समय अपने व्यापार का संचालन कर सकते हैं. 'बैंकिंग घंटे' बैंकिंग कारोबार का संचालन करने के लिए एक बाधा नहीं है.
12. कहीं भी बैंकिंग: बैंकिंग न केवल एटीएम, टेली बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग के द्वारा करने के लिए संदर्भित करता है, लेकिन यह भी करने के लिए कोर बैंकिंग समाधान बैंकों द्वारा जहां ग्राहक अपने पैसे चेक, जमा और भी कर सकते हैं और किसी भी प्रणाली के साथ जुड़ा हुआ शाखा से पैसे निकालने में लाया. भारत में सभी प्रमुख बैंकों की कोर बैंकिंग में अपने कार्यों में लाया है बैंकिंग कहीं भी सही मायने में बैंकिंग.
13. एटीएम: एटीएम स्वचालित टेलर मशीन, जो कंप्यूटर नेटवर्क के माध्यम से एक बैंक में एक टेलर का काम करते हैं. एटीएम शाखा परिसर या बंद शाखा परिसर पर स्थित हैं. एटीएम नकद बांटना नकद प्राप्त स्वीकार, चेक, खातों में शेष दे और भी उपयोगी ग्राहकों को मिनी बयान दे रहे हैं.बैंक लोकपाल: बैंक लोकपाल करने के लिए बैंकों के खिलाफ शिकायतों में चेक / बिलों का संग्रह, डिमांड ड्राफ्ट के मुद्दे, गैर पालन के मुख्य क्षेत्रों में सम्मान / गारंटी क्रेडिट प्रतिबद्धताओं, आपरेशन के पत्र को देखने के काम कर रहे, विफलता के निर्धारित घंटे के लिए करने का अधिकार है जमा खातों में और भी ऋण और अग्रिम जहां बैंकों दिशाओं / भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों का उपहास के क्षेत्रों में. यह योजना 1995 में घोषणा की गई थी और 2007 से नए दिशा निर्देशों के साथ कार्य है. इस योजना के सभी अनुसूचित बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों और सहकारी बैंकों को शामिल किया गया है.
14. Bancassurance: bancassurance बीमा उत्पादों के वितरण के लिए संदर्भित करता है और बीमा कंपनियों की है जो जीवन की नीतियों या घर बीमा की तरह गैर - जीवन नीतियों हो सकता है बीमा नीतियों कार बीमा, दवा नीतियों और दूसरों, कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में अपने में स्थित शाखाओं के माध्यम से बैंकों द्वारा एक शुल्क चार्ज द्वारा देश के विभिन्न भागों.
15 बैंकर का ग्रहणाधिकार: बैंकर्स धारणाधिकार धारणाधिकार की एक विशेष अधिकार बैंकरों, जो माल बनाए रखने के खाते के सामान्य संतुलन के लिए एक सुरक्षा के रूप में उन्हें जमानत द्वारा प्रयोग है.
16. बैंकिंग: मांग पर सार्वजनिक, जिस का प्रतिफल देना संभव है या अन्यथा और चेक द्वारा निकाला जा सकेगा, ड्राफ्ट, आदेश, आदि से उधार या पैसे की जमाओं के निवेश के उद्देश्य के लिए स्वीकार करता है
17. बेसल II: बैंकिंग नियमों और पर्यवेक्षी तरीकों, बेसल समिति के रूप में जाना जाता है लोकप्रियता पर समिति, जून में अपनी मानदंड के संशोधित संस्करण प्रस्तुत, 2004. संशोधित समझौते के तहत राजधानी की आवश्यकता ऋण बाजार और परिचालन जोखिम के लिए गणना की है. न्यूनतम आवश्यकता पूंजी निधि के 8% (टीयर I और II पूंजी) टीयर द्वितीय टीयर मैं पूंजी की 100% से अधिक नहीं रहेगा जारी है.
18. बैंकिंग व्यवसाय: स्वीकारना जमा, पैसा उधार पैसे उधार, निवेश, बिल में काम कर, विदेशी मुद्रा में निपटने, लाकर्स किराए पर लेना, सुरक्षित हिरासत लेखा खोलना, क्रेडिट, ट्रैवलर्स चेकों के पत्र जारी करने, म्युचुअल फंड व्यवसाय, बीमा कारोबार करना या किसी अन्य व्यवसाय है जो केन्द्रीय सरकार सरकारी राजपत्र में सूचित कर सकते हैं.
19. जमा प्रमाण पत्र:. जमा के प्रमाण पत्र वाहक के रूप में परक्राम्य प्राप्तियों है जो स्वतंत्र रूप से निवेशकों के बीच कारोबार किया जा सकता है. यह भी एक मुद्रा बाजार लिखत, च एक वर्ष के लिए 7 दिनों से लेकर अवधि के लिए जारी किए गए न्यूनतम जमा राशि रू. 1 लाख और वे बेचान और वितरण से हस्तांतरणीय हैं.
20. चैक: चैक एक्सचेंज के एक विधेयक एक निर्दिष्ट बैंकर बैंकर चेक की दराज या किसी अन्य व्यक्ति के लिए पैसे की एक निश्चित राशि का भुगतान करने के आदेश पर तैयार की है. पैसा आम तौर पर चेक द्वारा ग्राहकों द्वारा वापस ले लिया है. चैक हमेशा मांग पर देय है.

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आम लोकप्रिय बैंकिंग शब्द-1

1. AER-एक निवेश पर वार्षिक आय दर -वार्षिकी - एक जीवन बीमा उत्पाद है जो एक निर्धारित अवधि के पाठ्यक्रम पर आय देता है. संपत्ति आस्थगित वार्षिकियां पहले आय प्राप्त की है विकसित करने की अनुमति और तत्काल वार्षिकियां भुगतान (आमतौर पर खरीद के बाद एक वर्ष से लिया है) की खरीद के बाद के बारे में एक साल से शुरू करने के लिए अनुमति देते हैं.
2. APR
प्रतिशत वार्षिक ब्याज की एक ऋण या बंधक, आमतौर पर कोष्ठक में प्रदर्शित और ऋण या बंधक की सही कीमत का प्रतिनिधित्व के रूप में यह ब्याज दर से परे किसी भी अतिरिक्त भुगतान से पता चलता है, पर आम तौर पर दर - अप्रैल.
3. बैंक विवरण - यह प्रासंगिक खाते में लेन - देन का विवरण देने के बैंक से एक बयान है. यह किसी भी आवश्यक अंतराल पर अनुरोध किया जा सकता है, जो आमतौर पर मासिक चलता है.
4. चैक बाउंस - जब बैंक प्रासंगिक खाते में पर्याप्त धन नहीं है या खाता धारक अनुरोध है कि चेक बाउंस (असाधारण परिस्थितियों) तो बैंक खाता धारक के लिए चेक वापस आ जाएगी,जब चेक के लाभार्थी का भुगतान नहीं किया गया है.बैंक सशुल्क लेता है.
5. केंद्रीय समाशोधन (इंग्लैंड और वेल्स में) समय - यह समय है कि यह एक चेक से पैसा आदाता खाता से बाहर ले जाया जा और भुगतानकर्ता खाते में डाल दिया के लिए लेता है. यह इंग्लैंड और वेल्स में तीन दिन काम है, के रूप में लंबे समय के रूप में 16.30 से पहले चेक में भुगतान किया गया था.
6. प्रमाणित दस्तावेज़- ये है कि एक पेशेवर अर्थात् एक वकील, एकाउंटेंट, शिक्षक, चिकित्सक, या बैंक अधिकारी द्वारा हस्ताक्षर किए गए मूल दस्तावेज की फोटोकॉपी हैं. पेशेवर भी राज्यों, दस्तावेज़ पर, "मूल देखा" के बाद से वे सत्यापित करने के लिए कि इन असली प्रतियां हैं और इसलिए मूल देखा है के लिए सक्षम होना चाहिए, वे भी दस्तावेज़ तारीख और उनका पूरा नाम, व्यवसाय, और उनके पते होना चाहिए.
7. शुल्क - यह बैंक के लिए प्रदान की गई सेवाओं के लिए भुगतान की गई राशि है. प्रभार ओवरड्राफ्ट फीस, शेख़ी की जांच के लिए शुल्क, ओवरड्राफ्ट पर ब्याज और किसी भी सेवाओं के लिए एक व्यवसाय खाता सामान्य रूप से भुगतान अपने ऊपर लेना होगा.

8. चार्ज कार्ड - कार्ड है जो एक क्रेडिट कार्ड की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन चार्ज करने के लिए नियत तारीख पर भुगतान किया जाना है. वे आम तौर पर एक उच्च सीमा या कोई सीमा नहीं है.
9. चेक बुक - एक छोटा सा, चेक का समयबद्ध पुस्तिका. एक चेक अपने खाता संख्या, सॉर्ट कोड और चेक पर मुद्रित संख्या के साथ अपने बैंक द्वारा उत्पादित कागज का एक टुकड़ा है. खाता संख्या आपके खाते अलग तरह कोड अपने बैंक विशेष कोड है जो इसे किसी अन्य बैंक से अलग है. बैंक द्वारा गए समय में कुछ भी सही जानकारी और एक निरीक्षण हस्ताक्षर के साथ एक चेक के रूप में कार्य कर सके.
10.चिप और पिन - एक चिप एक छोटा इलेक्ट्रॉनिक डालने एक चेक या क्रेडिट कार्ड में रखा है. पिन चार अंकों में व्यक्तिगत पहचान संख्या जो कार्ड के साथ कार्ड धारक के द्वारा प्रयोग किया जाता है.

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Thursday, February 12, 2015

इंटरनेट से घर बैठे करें कमाई, ये हैं कुछ पॉपुलर तरीके

पैसे कमाना हर किसी का सपना होता है फिर चाहे वो नौकरीपेशे वाला इंसान हो, कारोबारी हो या फिर बेरोजगार। इसके लिए लोग अलग-अलग तरह से कई सकारात्मक प्रयास भी करते हैं। इन सबके बीच अगर आपके पास थोड़ा फ्री टाइम है और इंटरनेट का थोड़ा बहुत ज्ञान है, तो ऑनलाइन कमाई आपकी आमदनी बढ़ाने का एक शानदार जरिया है। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं, बल्कि कमाई घर बैठे भी की जा सकती है।
आज हम आपको ऑनलाइन कमाई करने के कुछ पॉपुलर तरीकों के बारे में बताने जा रहे है...
1. सेल्फ पब्लिश बुक- अगर आपको लेखन से प्यार है, तो कई साइट पैसे देकर ऑनलाइन बुक लिखवाने से लेकर उसकी रॉयल्टी से कमाई करने का मौका देती हैं। इन्हीं साइटों में से एक है अमेजन। अमेजन किंडल डायरेक्ट पब्लिशिंग के नाम से यह फीचर चलाती है। इसमें कोई भी ऑनलाइन बुक लिखकर उसे किंडल बुकस्टोर पर डाल सकता है। इसकी बिक्री पर लेखक को 70 फीसदी तक रॉयल्टी मिलती है। साइट और सेल्फ पब्लिश बुक की अधिक जानकारी के लिए https://kdp.amazon.com/ पर क्लिक करें। इस पर आप अपना अकाउंट भी बनाकर रेगुलर मेम्बर बन सकते हैं।

2. फोटो बेचकर करें कमाई- फोटो स्टॉक रखने वाली वेबसाइट भी आपके ऑनलाइन कमाई का जरिया बन सकती है। दुनिया भर में www.shutterstock.com , www.shutterpoint.com और www. istockphoto.com जैसी कई वेबसाइट फोटो खरीदकर उसका भुगतान करती हैं। इसमें साइट के मेंबर को अपनी फोटो को साइट पर सब्मिट करना होता है। फिर उसके बाद साइट की पॉलिसी के अनुसार आप 15 से 85 फीसदी तक रॉयल्टी पा सकते हैं।

3. ऑनलाइन वर्क- ऑनलाइन वर्क को लेकर जालसाजों की संख्या बढ़ती जा रही है। ये जालसाज पैसे देने का वादा कर ऑनलाइन काम तो करा लेते हैं, लेकिन पैसे नहीं देते हैं। ऐसे जालसाजों से सावधान रहने की नसीहत देते हुए आपको ऑनलाइन वर्क करके कमाई करन बता रह है।www.odesk.com और www.elance.com . जैसी साइट ऑनलाइन कमाई के मामले में दुनिया भर में फेमस साइटों में भी शामिल है। इन दोनों साइटों में सबसे पहले आपको टेस्ट देकर खुद को साइट के लिए यूजफुल साबित करना होता है। एक बार रजिस्टर होने के बाद आप साइट अलग-अलग काम के लिए मेंबर्स को कॉन्ट्रेक्ट और फ्रीलांसर के रूप में हायर करती है। काम पूरा होने पर प्रति घंटा या अन्य तरीकों से पैसा देती है। दुनिया भर में कई वेबसाइट ऐसा करती हैं।

4. गूगल एडसेंस- गूगल एड सेंस के जरिए आप ब्लॉग पर विज्ञापन भी लगा सकते हैं, जिससे कुछ कमाई का जरिया बन सकता है। गूगल की सेवा adsense के द्वारा दिए जा रहे विज्ञापन को अपने ब्लॉग पर लगायें। यह आपको हर उस क्लिक के लिए भुगतान करेगा जो आपके ब्लॉग पर दिखाए गए विज्ञापन पर होगा। Google adsense आपको कई तरह के विज्ञापन देता है जैसे वीडियो, चित्र, टेक्स्ट, बैनर इत्यादि। आप इनमे से अपने लिए बेहतर विज्ञापन चुने और अपने ब्लॉग पर लगायें।

5. ई-ट्यूटर- ई-ट्यूटर भी ऑनलाइन कमाई के चर्चित तरीकों में से एक है। कई वेबसाइट अलग-अलग विषयों को लेकर लोगों से पेड ई-टच्यूटर की सुविधा लेती हैं। इनमें www.tutorvista.com और www.2tion.net जैसी साइटें प्रमुख हैं। यूजर ऐसी ही साइटों पर खुद को रजिस्टर कर चंद घंटे पढ़ाकर मोटी कमाई कर सकता है।

6. यू ट्यूब से कमाई- यू ट्यूब अब आपके ओरिजनल वीडियो को ऑनलाइन डिस्ट्रीब्यूट कर, उससे होने वाली कमाई में आपको हिस्सा देने जा रही है। यू ट्यूब पार्टनर प्रोग्राम में शामिल होने के लिए यूजर्स को सबसे पहलेwww.youtube.com/creators/partner.html पर जाकर यू ट्यूब पार्टनर प्रोग्राम के लिए एप्लाई करना होगा। यूजर्स को इसी रजिस्ट्रेशन के माध्यम से अपने वीडियो अपलोड करना होगा। यू ट्यूब की टेक्निकल कमेटी ऑरीजनलिटी और क्वालिटी का परीक्षण करेगी। इसके बाद वीडियो पर मिलने वाले विज्ञापन का हिस्सा यूजर्स को दिया जाएगा।

7. बायसेल एड- यह भी एक ऑनलाइन मार्केटिंग का जरिया है। इसके जरिए सीधे विज्ञापन बेचे जा सकते हैं। आपके ब्लॉग को दिए गए विज्ञापन के एवज में यह अपनी कमीशन लेते हैं। इसके विज्ञापनदाता से आपका सीधा संपर्क नहीं होता।
8. पेड रिव्यू- सॉफ्टवेयर या अन्य उत्पादों के लिए रिव्यू लिखना। अगर लेखन में आपकी क्षमता जबरदस्त है तो इसके जरिए आप कमाई कर सकते हैं। इसके अलावा इंफोलिंक भी एक माध्यम है

9. एप्स का बिजनेस- स्मार्टफोन और टैबलेट के लिए लाखों एप्लिकेशन बन और बिक रही हैं। अगर आपके पास एप बनाने के लिए अच्छा आइडिया है तो भी आप किसी डेवलपर की सेवाएं लेकर अपनी एप बनवा सकते हैं।’ एप बनाने के बाद 30-100 डॉलर की सालाना फीस चुका कर आप गूगलएप्पलमाइक्रोसॉफ्ट के विंडोज स्टोर पर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
10. ऑनलाइन पुराने सामान बेचकर करें कमाई- आसानी से ऑनलाइन पैसे कमाने के तरीकों में से ये एक तरीका है। इसमें आप अपने घर में रखे पुराने सामानों को ऑनलाइन बेचकर कमाई कर सकते हैं। कई वेबसाइट आपको इन यूजलेस सामानों के लिए मुफ्त ऐड देने की सुविधा देती हैं। इसके सहारे पुराने सामानों की फोटोwww.olx.inwww.quickr.com और craigslist.co.in जैसी कई साइटों पर अपडेट कर उसे बेचने से कमाई कर सकते हैं।